भारत के 76वें गणतंत्र दिवस की देश-विदेश में रहने वाले सभी भारतीयों को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं।
महज ये सिर्फ एक किताब नहीं हैं ,यह एक बुलंद आवाज हैं – शोषितों की , पीड़ितों की और मूलभूत सुविधाओं से दूर उन व्यक्तियों की जो वर्षों से उनके साथ अत्याचार किया जा रहा था। संविधान ने उनके जीवन का परिदृश्य ही बदल दिया।
बाबा साहब ने बोला था कि “ संविधान चाहे कितना भी अच्छा क्यों न हो, यदि संविधान को मानने वाले लोग खराब निकले तो निश्चित रूप से संविधान खराब सिद्ध होगा। ”
और हो भी वहीं रहा हैं …मौसम बदलते हैं , दिन बदलते हैं , खबरें बदलती हैं ! लेकिन खबरों में अत्याचार हमेशा शोषितों और दबे कुचले पीड़ितों , गरीबों पर होता रहा हैं।
फिर भी… संविधान वो उम्मीद हैं , जिसे शब्दों में बयां नहीं कर सकते…!!
जय संविधान , जय संविधान , जय भारत 🇮🇳
🇮🇳🇮🇳“ Namo Budhhay” 🇮🇳🇮🇳