Ahmedabad viman hadsa
अहमदाबाद विमान हादसा: पीएम मोदी ने घटनास्थल का दौरा कर बचाव कार्यों की समीक्षा की, जीवित बचे यात्री से की मुलाकात
अहमदाबाद, 13 जून 2025:
देश के इतिहास की सबसे भीषण विमान दुर्घटनाओं में शुमार शुक्रवार को हुए AI-171 विमान हादसे ने पूरे राष्ट्र को झकझोर कर रख दिया। टेकऑफ के कुछ ही मिनटों बाद जब यह विमान अहमदाबाद के BJ मेडिकल कॉलेज की इमारत से टकराया, तब किसी को अंदाज़ा नहीं था कि यह हादसा 241 निर्दोष जिंदगियों को लील जाएगा। शनिवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने व्यक्तिगत रूप से घटनास्थल का दौरा किया और हालात का जायजा लिया।
प्रधानमंत्री विशेष विमान से अहमदाबाद पहुंचे और सीधे दुर्घटनास्थल पर पहुंचे। मौके पर उन्होंने राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF), राज्य प्रशासन, दमकल विभाग और पुलिस अधिकारियों से बचाव कार्यों की प्रगति की जानकारी ली। प्रधानमंत्री ने घटनास्थल पर मौजूद अधिकारियों से कहा, “हर जीवन अनमोल है। अब हमारी प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता मिले और इस त्रासदी के कारणों की सच्चाई सामने आए।”
जीवित बचे एकमात्र यात्री से की मुलाकात
पीएम मोदी ने बाद में सिविल अस्पताल जाकर उस इकलौते यात्री से मुलाकात की जो इस भयावह दुर्घटना में किसी चमत्कार की तरह जीवित बचा — रमेश विश्वास कुमार। बिहार निवासी रमेश की हालत गंभीर बनी हुई है, लेकिन डॉक्टरों के अनुसार उनकी हालत धीरे-धीरे स्थिर हो रही है।
प्रधानमंत्री ने रमेश के परिजनों से बात की और डॉक्टरों से उनके इलाज की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने अस्पताल प्रशासन को निर्देश दिया कि रमेश को सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाए। प्रधानमंत्री ने बाद में मीडिया को दिए संक्षिप्त बयान में कहा, “रमेश की ज़िंदगी बचना एक चमत्कार है। पूरा देश उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहा है।”
पीड़ित परिवारों को सहायता और न्याय का भरोसा
हादसे में जान गंवाने वाले सभी यात्रियों और चालक दल के सदस्यों के परिवारों के प्रति प्रधानमंत्री ने गहरा शोक व्यक्त किया और संवेदनाएं प्रकट कीं। उन्होंने घोषणा की कि केंद्र सरकार की ओर से प्रत्येक मृतक के परिजन को मुआवज़ा दिया जाएगा, और राज्य सरकार भी इस दिशा में कदम उठा रही है।
“हम इस घटना की हर पहलू से जांच करेंगे,” प्रधानमंत्री ने कहा। “अगर कहीं कोई लापरवाही या तकनीकी चूक सामने आती है, तो उसके लिए जिम्मेदार लोगों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।”
उच्च स्तरीय जांच के आदेश
प्रधानमंत्री ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय को निर्देश दिया है कि हादसे की विस्तृत और निष्पक्ष जांच के लिए विशेषज्ञों की एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया जाए। इसमें विमानन सुरक्षा विशेषज्ञ, तकनीकी अधिकारी और स्वतंत्र पर्यवेक्षक शामिल होंगे। प्रारंभिक रिपोर्ट्स में इंजन फेल होने की आशंका जताई गई है, लेकिन अंतिम निष्कर्ष रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होंगे।
राष्ट्रव्यापी शोक और प्रतिक्रिया
देशभर में इस दुर्घटना को लेकर गहरा शोक है। सोशल मीडिया से लेकर संसद तक, हर जगह इस हादसे को लेकर आक्रोश और दुःख की लहर है। विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों, राजनीतिक नेताओं और अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने भी इस त्रासदी पर संवेदना जताई है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी एक शोक संदेश में कहा कि यह हादसा “पूरे राष्ट्र के लिए असहनीय पीड़ा” है।
नोट: प्रधानमंत्री मोदी ने अपने दौरे के दौरान यह स्पष्ट किया कि भविष्य में ऐसी त्रासदियों की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए सभी ज़रूरी सुधारों को तेज़ी से लागू किया जाएगा।