बिना परीक्षा 2025 में पास होंगे छात्र?

Kanha Masram

 “बिना परीक्षा 2025 में पास होंगे छात्र? सरकार का नया शिक्षा फैसला!

📌 बिना परीक्षा 2025 में पास होंगे छात्र? सरकार का नया शिक्षा फैसला!

नई दिल्ली, जुलाई 2025:

शिक्षा व्यवस्था में एक बार फिर बड़ा बदलाव होने जा रहा है। केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर अब ऐसा फैसला लेने की तैयारी में हैं, जिससे छात्रों को बिना परीक्षा के अगली कक्षा में प्रमोट किया जा सकेगा। खासकर कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों के लिए यह नई व्यवस्था लागू की जा सकती है।

यह निर्णय नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) के अंतर्गत लिया जा रहा है, जिसमें पारंपरिक परीक्षा पद्धति के स्थान पर सतत और व्यापक मूल्यांकन (CCE) को प्राथमिकता दी जा रही है।

🎯 सरकार का उद्देश्य क्या है?

इस बदलाव के पीछे सरकार का प्रमुख उद्देश्य है:

छात्रों में तनाव कम करना

सिर्फ नंबरों पर आधारित शिक्षा को खत्म करना

सीखने की प्रक्रिया को आनंददायक और व्यावहारिक बनाना

कमजोर बच्चों को भी बराबर अवसर देना

शिक्षा मंत्रालय का मानना है कि भारत में अभी तक परीक्षाएं ही शिक्षा का केंद्र रही हैं, जबकि शिक्षा एक समग्र प्रक्रिया है। अब बच्चों को उनकी सोचने की क्षमता, रचनात्मकता और जीवन कौशल के आधार पर परखा जाएगा।

📚 किन छात्रों को मिलेगा फायदा?

नई नीति के तहत कुछ राज्यों ने पहले से ही बदलाव लागू कर दिए हैं और अब पूरे देश में इसे लागू करने की योजना है।

निम्नलिखित छात्रों को सीधे लाभ मिलेगा:

कक्षा 1 से 8 तक के छात्र सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों के विद्यार्थी

ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के छात्र

विशेष रूप से आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चे, जिनके लिए परीक्षा का दबाव अधिक होता है

📝 कैसे किया जाएगा मूल्यांकन? (CCE System Explained)

CCE यानी Continuous and Comprehensive Evaluation के अनुसार छात्रों का मूल्यांकन पूरे वर्ष किया जाएगा।

नया सिस्टम इस प्रकार होगा:

1. शैक्षणिक प्रदर्शन:

छात्र की हर महीने की प्रगति रिपोर्ट तैयार की जाएगी।

2. प्रोजेक्ट वर्क:

बच्चों को ग्रुप वर्क और क्रिएटिव प्रोजेक्ट्स दिए जाएंगे, जिनके आधार पर अंक दिए जाएंगे।

3. कक्षा में भागीदारी:

कौन बच्चा कितना एक्टिव है, सवाल करता है या उत्तर देता है ये सब मायने रखेगा।

4. व्यवहार और उपस्थिति:

बच्चों की शिष्टता, अनुशासन और नियमितता पर भी ध्यान दिया जाएगा।

5. अभिभावकों की प्रतिक्रिया:

पैरेंट्स-टीचर मीटिंग के आधार पर भी कुछ मूल्यांकन किया जाएगा।

कौन-कौन से राज्य पहले ही लागू कर चुके हैं?

1. दिल्ली:

दिल्ली सरकार ने 2023 से ही कक्षा 1 से 8 तक बिना परीक्षा के प्रमोशन का मॉडल शुरू किया है।

2. मध्य प्रदेश:

यहां “सत्र समापन मूल्यांकन” के स्थान पर CCE प्रणाली लागू की गई है।

3. महाराष्ट्र:

राज्य सरकार ने हाल ही में प्रस्ताव भेजा है जिसमें 2025 से पूरी तरह परीक्षा मुक्त शिक्षा लागू करने की बात है।

😕 इसका नकारात्मक पहलू भी है?

हालांकि सरकार की यह पहल सराहनीय है, लेकिन शिक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि अगर इस बदलाव को सही तरीके से लागू नहीं किया गया, तो:

बच्चे सीखने के प्रति लापरवाह हो सकते हैं

रिजल्ट आधारित मोटिवेशन की कमी आ सकती है

टीचर्स पर ज्यादा बोझ पड़ेगा (CCE रिपोर्टिंग) इसलिए सभी स्कूलों और शिक्षकों को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है ताकि नई नीति को सही दिशा में ले जाया जा सके।

👨‍👩‍👧 अभिभावकों की प्रतिक्रिया कैसी है?

अभिभावकों की प्रतिक्रियाएं मिली-जुली हैं: कुछ लोग खुश हैं कि उनके बच्चों पर अब परीक्षा का दबाव नहीं रहेगा कुछ चिंतित हैं कि बिना परीक्षा के बच्चों में अनुशासन और प्रतिस्पर्धा कैसे आएगी?

🏫 क्या यह फैसला सभी स्कूलों में लागू होगा?

अभी तक यह फैसला केवल सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों के लिए है।

प्राइवेट स्कूलों के लिए इसे सुझाव के रूप में रखा गया है, बाध्यता नहीं है। हालांकि सरकार चाहती है कि सभी स्कूल धीरे-धीरे इस प्रणाली को अपनाएं।

🚀 अगला कदम क्या है?

शिक्षा मंत्रालय ने सभी राज्यों को निर्देश दिया है कि वे:

CCE प्रणाली को अपनाने के लिए गाइडलाइंस बनाएं

शिक्षकों को प्रशिक्षण दें

अभिभावकों को जागरूक करें

साल 2025-26 के शैक्षणिक सत्र से इसे पूरी तरह लागू करें

 निष्कर्ष

भारत की शिक्षा प्रणाली एक बार फिर बड़े बदलाव की ओर बढ़ रही है। बिना परीक्षा प्रमोशन की पहल छात्रों की रचनात्मकता और समझ को बढ़ावा देने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है।

हालांकि, इसे सफलता से लागू करने के लिए स्कूल, शिक्षक, अभिभावक और प्रशासन – सभी को मिलकर काम करना होगा।

Follow:
हिंदी समाचार, सरकारी योजना, टेक्नोलॉजी अपडेट, हेल्थ टिप्स, मोटिवेशनल ब्लॉग, हिंदी में जानकारी, एजुकेशन ब्लॉग, ट्रेंडिंग खबरें
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *