Hariyali Amavasya 2025 – व्रत विधि, शुभ मुहूर्त और पूजा का महत्व
श्रावण मास का विशेष पर्व हरियाली अमावस्या इस वर्ष 26 जुलाई 2025
🌿 Hariyali Amavasya 2025 की तिथि और मुहूर्त
- तिथि: शनिवार, 26 जुलाई 2025
- अमावस्या आरंभ: 25 जुलाई को रात 11:44 बजे
- अमावस्या समाप्त: 26 जुलाई को रात 9:17 बजे
- शुभ मुहूर्त: 26 जुलाई सुबह 5:30 से दोपहर 12:15 तक
🙏 पूजा विधि – कैसे करें हरियाली अमावस्या का व्रत?
- सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- पीपल, नीम या तुलसी के पेड़ की पूजा करें।
- पीले फूल, दीपक, जल और हल्दी से पूजा करें।
- सूर्य देव को जल अर्पित करें और “ॐ सूर्याय नमः” मंत्र का जाप करें।
- घर में पौधे लगाएं और हरियाली फैलाने का संकल्प लें।
- गरीबों को अन्न, वस्त्र और हरियाली सामग्री (पौधे) दान करें।
📜 हरियाली अमावस्या का पौराणिक महत्व
शास्त्रों के अनुसार, हरियाली अमावस्या पर भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा से मनोकामनाएं पूरी होती हैं। यह दिन प्रकृति को सम्मान देने, पर्यावरण संरक्षण और आत्मिक शुद्धि का प्रतीक माना जाता है।
🌧️ यह दिन वर्षा ऋतु के मध्य में आता है, जब धरती पूरी तरह हरियाली से ढक जाती है, इसलिए इसे “हरियाली अमावस्या” कहा जाता है।
🌱 हरियाली अमावस्या पर क्या करें?
- घर में तुलसी, अशोक, नीम, आम, पीपल जैसे पौधे लगाएं।
- किसी मंदिर या नदी के किनारे पौधे लगाने का आयोजन करें।
- पेड़ों को राखी बांधें और उनकी रक्षा का वचन दें।
- खाली पड़ी जगह पर हरियाली फैलाने का संकल्प लें।
⛔ हरियाली अमावस्या पर क्या न करें?
- पेड़-पौधों को नुकसान न पहुंचाएं।
- बिना कारण पेड़ की शाखा तोड़ना वर्जित है।
- प्लास्टिक का उपयोग न करें, प्रकृति की रक्षा करें।
🎉 क्षेत्रीय परंपराएं – कैसे मनाते हैं अलग-अलग राज्य?
राज्य | विशेष आयोजन |
---|---|
राजस्थान | झूला उत्सव, लोकगीत और मेले |
मध्य प्रदेश | वन महोत्सव और सामूहिक पौधारोपण |
उत्तर प्रदेश | गंगा किनारे पूजा, पौधे बांटना |
उत्तराखंड | हरियाली देवी की पूजा |
🧘 हरियाली अमावस्या के लाभ
- पौधारोपण से पर्यावरण को मिलता है नया जीवन
- मन को मिलती है शांति और सकारात्मकता
- पितृ दोष और ग्रह दोष का शमन
- ग्रहों के अशुभ प्रभाव कम होते हैं
🔮 2025 में क्यों है Hariyali Amavasya खास?
इस साल हरियाली अमावस्या शनिवार को है और यह शनि अमावस्या भी है। ज्योतिष शास्त्र में इस संयोग को बहुत शुभ माना गया है। इस दिन शनि ग्रह से जुड़ी समस्याओं का समाधान संभव है।
📢 फैंस की भावना – सोशल मीडिया पर ट्रेंडिंग
Twitter और Facebook पर #HariyaliAmavasya और #PlantForPlanet जैसे ट्रेंड चल रहे हैं। लोग बड़े उत्साह से पौधे लगा रहे हैं और फोटोज शेयर कर रहे हैं।
🔚 अंतिम संदेश
हरियाली अमावस्या केवल एक धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि प्रकृति को संजोने का उत्सव है। इस साल आइए हम सब मिलकर हरियाली फैलाएं, पर्यावरण को बचाएं और अपने भीतर भी शांति व हरियाली लाएं।