Hindi medium se upsc ki taiyari kaise kar sakte hain

Kanha Masram
7 Min Read

यूपीएससी की तैयारी हिंदी माध्यम से कैसे करें:

एक पूर्ण मार्गदर्शिकायूपीएससी (संघ लोक सेवा आयोग) की सिविल सेवा परीक्षा भारत की सबसे प्रतिष्ठित और चुनौतीपूर्ण परीक्षाओं में से एक है। हिंदी माध्यम से इसकी तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों के लिए यह थोड़ा कठिन हो सकता है, क्योंकि अधिकांश अध्ययन सामग्री और कोचिंग अंग्रेजी में उपलब्ध होती है।

लेकिन सही रणनीति, संसाधनों और दृढ़ संकल्प के साथ, हिंदी माध्यम के अभ्यर्थी भी इस परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकते हैं। इस ब्लॉग में हम हिंदी माध्यम से यूपीएससी की तैयारी के लिए एक व्यवस्थित और प्रभावी दृष्टिकोण प्रस्तुत करेंगे।1. यूपीएससी परीक्षा को समझेंयूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा तीन चरणों में आयोजित होती है:

प्रारंभिक परीक्षा (Prelims): वस्तुनिष्ठ प्रकार के दो पेपर – सामान्य अध्ययन (GS) और CSAT।

मुख्य परीक्षा (Mains): नौ पेपर, जिसमें निबंध, सामान्य अध्ययन (4 पेपर), वैकल्पिक विषय (2 पेपर), और भाषा पेपर (हिंदी और अंग्रेजी) शामिल हैं।साक्षात्कार (Interview): व्यक्तित्व परीक्षण।हिंदी माध्यम के अभ्यर्थियों के लिए अच्छी खबर यह है कि मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार में हिंदी का उपयोग किया जा सकता है। इसलिए, हिंदी में अपनी अभिव्यक्ति और लेखन कौशल को मजबूत करना महत्वपूर्ण है।

2. सही अध्ययन सामग्री का चयनहिंदी माध्यम में अध्ययन सामग्री की कमी को दूर करने के लिए निम्नलिखित संसाधनों का उपयोग करें:

एनसीईआरटी पुस्तकेंकक्षा 6 से 12 तक की एनसीईआरटी की हिंदी पुस्तकें यूपीएससी की आधारशिला हैं। ये पुस्तकें सरल भाषा में बुनियादी अवधारणाओं को समझाने में मदद करती हैं।विषय: इतिहास, भूगोल, अर्थशास्त्र, विज्ञान, और सामाजिक विज्ञान।मानक पुस्तकें (हिंदी में)इतिहास:

बिपिन चंद्रा की “आधुनिक भारत का इतिहास” और सत्य प्रकाश की “प्राचीन भारत”।भूगोल: माजिद हुसैन की “भारत का भूगोल”।राजनीति: लक्ष्मीकांत की “भारतीय राजव्यवस्था” (हिंदी में उपलब्ध)।अर्थशास्त्र: रमेश सिंह की “भारतीय अर्थव्यवस्था”।पर्यावरण: शंकर आईएएस की पर्यावरण पुस्तक (हिंदी अनुवाद)।सामयिक घटनाएँ: प्रति माह प्रकाशित होने वाली पत्रिकाएँ जैसे “योजना”, “कुरुक्षेत्र”, और “प्रतियोगिता दर्पण”।अखबार और पत्रिकाएँहिंदी अखबार जैसे “दैनिक जागरण”, “हिंदुस्तान”, या “नवभारत टाइम्स” रोज पढ़ें।”योजना” और “कुरुक्षेत्र” पत्रिकाएँ सरकारी योजनाओं और नीतियों को समझने के लिए उपयोगी हैं।

ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टल जैसे “डाउन टू अर्थ” (हिंदी अनुभाग) पर्यावरण और विज्ञान से संबंधित जानकारी के लिए पढ़ें।3. समय प्रबंधन और रणनीतियूपीएससी की तैयारी के लिए समय प्रबंधन महत्वपूर्ण है। हिंदी माध्यम के अभ्यर्थियों को निम्नलिखित रणनीति अपनानी चाहिए:दैनिक समय सारणी6-8 घंटे पढ़ाई: सुबह 2-3 घंटे एनसीईआरटी और बुनियादी किताबों के लिए, दोपहर में अखबार और पत्रिकाएँ, और शाम को वैकल्पिक विषय और नोट्स बनाने के लिए।

1 घंटा लेखन अभ्यास: निबंध, उत्तर लेखन, और संक्षेपण (Precis) के लिए।

1 घंटा रिवीजन: पिछले दिन के नोट्स और महत्वपूर्ण बिंदुओं को दोहराएँ।साप्ताहिक लक्ष्यप्रत्येक सप्ताह एक विषय को पूरा करने का लक्ष्य रखें (उदाहरण: भारतीय राजव्यवस्था का एक अध्याय)।

मॉक टेस्ट दें और अपने प्रदर्शन का विश्लेषण करें।मासिक रिवीजनमहीने के अंत में पूरे महीने के नोट्स और महत्वपूर्ण समाचारों की समीक्षा करें।प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा के लिए टेस्ट सीरीज़ में शामिल हों।4. वैकल्पिक विषय का चयनवैकल्पिक विषय का चयन आपकी रुचि, पृष्ठभूमि, और उपलब्ध संसाधनों पर निर्भर करता है। हिंदी माध्यम के लिए लोकप्रिय वैकल्पिक विषय हैं:

हिंदी साहित्य: यदि आप साहित्य में रुचि रखते हैं, तो यह एक अच्छा विकल्प है। इसके लिए रामचंद्र शुक्ल, हजारी प्रसाद द्विवेदी, और अन्य साहित्यकारों की रचनाएँ पढ़ें।लोक प्रशासन: यह विषय सरल और स्कोरिंग है। लक्ष्मीकांत की पुस्तक और अन्य हिंदी सामग्री उपलब्ध हैं।

इतिहास: यदि आप इतिहास में रुचि रखते हैं, तो यह एक अच्छा विकल्प हो सकता है।भूगोल: माजिद हुसैन और अन्य हिंदी पुस्तकों के साथ यह विषय भी उपयुक्त है।टिप: वैकल्पिक विषय चुनने से पहले उसके पाठ्यक्रम, पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र, और उपलब्ध संसाधनों की जाँच करें।5. लेखन और अभिव्यक्ति कौशलमुख्य परीक्षा में हिंदी माध्यम के अभ्यर्थियों को अपने लेखन और अभिव्यक्ति कौशल पर विशेष ध्यान देना चाहिए। निम्नलिखित टिप्स अपनाएँ:निबंध लेखनहर सप्ताह 2-3 निबंध लिखें। सामाजिक, आर्थिक, और पर्यावरणीय मुद्दों पर ध्यान दें।”योजना” और “कुरुक्षेत्र” पत्रिकाओं से प्रेरणा लें।निबंध में परिचय, मुख्य भाग, और निष्कर्ष को संतुलित रखें।उत्तर लेखनप्रत्येक विषय के लिए 10-15 महत्वपूर्ण प्रश्नों का उत्तर लिखने का अभ्यास करें।उत्तर संक्षिप्त, तथ्यात्मक, और बिंदुवार हों।समय सीमा के भीतर उत्तर लिखने का अभ्यास करें (7-9 मिनट प्रति प्रश्न)।भाषा में सुधारहिंदी व्याकरण और शब्दावली को मजबूत करें। “लुसेंट हिंदी व्याकरण” या “मानक हिंदी व्याकरण” पुस्तक पढ़ें।समाचार पत्रों और पत्रिकाओं से नए शब्द और वाक्यांश सीखें।6. ऑनलाइन संसाधन और टेस्ट सीरीज़हिंदी माध्यम के लिए कई ऑनलाइन संसाधन उपलब्ध हैं:

यूट्यूब चैनल: “Study IQ”, “Drishti IAS”, और “Unacademy” जैसे चैनल हिंदी में मुफ्त व्याख्यान प्रदान करते हैं।वेबसाइट: Drishti IAS, Vision IAS, और InsightsonIndia की वेबसाइट पर हिंदी में नोट्स और टेस्ट सीरीज़ उपलब्ध हैं।टेस्ट सीरीज़: प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा के लिए हिंदी में टेस्ट सीरीज़ में शामिल हों। इससे आपको अपनी कमजोरियों का पता चलेगा।7. प्रेरणा और मानसिक स्वास्थ्ययूपीएससी की तैयारी एक लंबी और थकाऊ प्रक्रिया हो सकती है। हिंदी माध्यम के अभ्यर्थियों को कई बार संसाधनों की कमी और सामाजिक दबाव का सामना करना पड़ता है।

निम्नलिखित सुझाव अपनाएँ:सकारात्मक रहें: सफल हिंदी माध्यम के उम्मीदवारों की कहानियाँ पढ़ें, जैसे आईएएस अंकिता चौधरी या तृप्ति अंके।स्वास्थ्य का ध्यान रखें: रोज 30 मिनट व्यायाम करें और संतुलित आहार लें।छोटे-छोटे लक्ष्य: हर दिन छोटे लक्ष्य पूरे करें ताकि आत्मविश्वास बना रहे।8. साक्षात्कार की तैयारीसाक्षात्कार में हिंदी में बोलने का विकल्प चुन सकते हैं। इसके लिए:समसामयिक मुद्दों पर अपनी राय स्पष्ट और तार्किक रूप से व्यक्त करने का अभ्यास करें।डीएएफ (Detailed Application Form) से संबंधित प्रश्नों की तैयारी करें।मॉक इंटरव्यू में भाग लें।

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