Indian tribal students go abroad and get higher education through government scheme?
भारत के आदिवासी विद्यार्थी सरकारी योजनाओं के माध्यम से विदेश में उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं। नीचे कुछ प्रमुख योजनाओं और प्रक्रियाओं का उल्लेख है, जो बिना किसी कॉपीराइट सामग्री के सामान्य जानकारी पर आधारित हैं:
1. नेशनल ओवरसीज स्कॉलरशिप (जनजातीय कार्य मंत्रालय)
– विवरण: यह योजना अनुसूचित जनजाति (ST) के विद्यार्थियों के लिए है, जो विदेश में मास्टर डिग्री, पीएचडी, या पोस्ट-डॉक्टोरल कोर्स करना चाहते हैं।
–पात्रता:
– विद्यार्थी अनुसूचित जनजाति वर्ग से होना चाहिए।
– विदेशी विश्वविद्यालय में प्रवेश पत्र (ऑफर लेटर) होना चाहिए।
– पारिवारिक आय सीमा (आमतौर पर 6-8 लाख रुपये प्रति वर्ष, जो समय-समय पर बदल सकती है)।
– न्यूनतम 60% अंक पिछले शैक्षणिक कोर्स में।
– **लाभ**: ट्यूशन फीस, यात्रा खर्च, रहने-खाने का खर्च, और अन्य शैक्षणिक खर्च कवर किए जाते हैं।
– आवेदन प्रक्रिया:
– जनजातीय कार्य मंत्रालय की वेबसाइट (overseas.tribal.gov.in) पर ऑनलाइन आवेदन करें।
– आवश्यक दस्तावेज: आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, शैक्षणिक प्रमाण पत्र, पासपोर्ट, और विश्वविद्यालय का प्रवेश पत्र।
– आवेदन आमतौर पर साल में एक बार आमंत्रित किए जाते हैं, इसलिए अधिसूचना पर नजर रखें।
2. डॉ. आंबेडकर केंद्रीय क्षेत्र योजना (OBC/ST के लिए ब्याज सब्सिडी)
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विवरण: यह योजना सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण मंत्रालय द्वारा संचालित है, जो विदेश में पढ़ाई के लिए शैक्षिक ऋण पर ब्याज सब्सिडी प्रदान करती है।
– पात्रता:
– अनुसूचित जनजाति या अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) से होना चाहिए।
– भारतीय बैंक एसोसिएशन (IBA) की शैक्षिक ऋण योजना के तहत लोन लिया हो।
– पारिवारिक आय सीमा (आमतौर पर 3 लाख रुपये प्रति वर्ष तक)।
– मास्टर, एम.फिल, या पीएचडी कोर्स में नामांकन।
– लाभ: पढ़ाई के दौरान और कोर्स पूरा होने के बाद कुछ समय तक लोन के ब्याज का भुगतान सरकार करती है।
– आवेदन प्रक्रिया:
– संबंधित बैंक और मंत्रालय की वेबसाइट के माध्यम से आवेदन करें।
– दस्तावेज: आय प्रमाण पत्र, लोन दस्तावेज, विश्वविद्यालय प्रवेश पत्र, और जाति प्रमाण पत्र।
3. अन्य योजनाएं
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– **राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल (NSP)**: आदिवासी विद्यार्थी विभिन्न छात्रवृत्तियों के लिए NSP पर आवेदन कर सकते हैं, जो केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा संचालित हैं।
– **राज्य-स्तरीय योजनाएं**: कुछ राज्य, जैसे झारखंड और राजस्थान, आदिवासी विद्यार्थियों के लिए विशेष स्कॉलरशिप योजनाएं चलाते हैं। उदाहरण के लिए, झारखंड की “मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना”।
– यह योजना ST विद्यार्थियों को विदेश में पढ़ाई के लिए पूर्ण वित्तीय सहायता प्रदान करती है।
– आवेदन के लिए राज्य सरकार की वेबसाइट या शिक्षा विभाग से संपर्क करें।
4. आवेदन के लिए सामान्य सुझाव:
– शोध करें: विदेशी विश्वविद्यालयों में कोर्स और प्रवेश प्रक्रिया की जानकारी पहले से जुटाएं। IELTS/TOEFL जैसी परीक्षाओं की तैयारी करें।
– दस्तावेज तैयार रखें:
पासपोर्ट, शैक्षणिक प्रमाण पत्र, आय और जाति प्रमाण पत्र, और विश्वविद्यालय का प्रवेश पत्र हमेशा तैयार रखें।
– समय पर आवेदन: सरकारी योजनाओं की अधिसूचनाएं सीमित समय के लिए होती हैं, इसलिए नियमित रूप से वेबसाइट्स (जैसे tribal.gov.in, nosmsje.gov.in) चेक करें।
– काउंसलिंग लें: विदेशी शिक्षा के लिए विश्वविद्यालयों या सरकारी कार्यालयों से मार्गदर्शन लें।
5.महत्वपूर्ण संसाधन:
– जनजातीय कार्य मंत्रालय: tribal.nic.in
– राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल: scholarships.gov.in
– सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण मंत्रालय: socialjustice.gov.in