NISAR मिशन 2025: जानिए NASA-ISRO के पहले संयुक्त रडार उपग्रह की पूरी जानकारी

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    NISAR मिशन 2025 | NASA-ISRO संयुक्त प्रोजेक्ट


    NISAR मिशन 2025: NASA और ISRO का ऐतिहासिक रडार उपग्रह प्रक्षेपण

    क्या आप जानते हैं कि भारत और अमेरिका मिलकर दुनिया का पहला ड्यूल-बैंड रडार सैटेलाइट भेज रहे हैं? इसका नाम है NISAR (NASA-ISRO Synthetic Aperture Radar), जो पृथ्वी की सटीक निगरानी में नई क्रांति लाएगा।

    📅 लॉन्च तिथि: 30 जुलाई 2025

    📍 लॉन्च स्थल: सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र, श्रीहरिकोटा

    🚀 रॉकेट: GSLV Mk-II

    🌐 मिशन अवधि: 5 वर्ष

    🔭 NISAR मिशन की प्रमुख विशेषताएं:

    • संयुक्त मिशन: NASA (JPL) और ISRO का साझा प्रोजेक्ट
    • उपग्रह संरचना: 2400 किलोग्राम का I3K मेनफ्रेम बस
    • इमेजिंग सिस्टम: ड्यूल-बैंड (L और S) SAR रडार
    • एंटीना: 12 मीटर व्यास वाला अनफर्लेबल रिफ्लेक्टर
    • अवलोकन क्षमता: 240 किमी चौड़ा क्षेत्र, 5–100 मीटर रिज़ॉल्यूशन
    • कक्षा: 747 किमी ऊँचाई, सूर्य समकालिक ध्रुवीय
    • डेटा नीति: पूरी तरह मुक्त और खुला

    🧠 मिशन का वैज्ञानिक उद्देश्य:

    • भूगर्भीय हलचलों जैसे भूकंप, हिमनदों, और ज्वालामुखी की निगरानी
    • वनों और बर्फ की चादरों के बदलाव को ट्रैक करना
    • जलवायु परिवर्तन और समुद्र स्तर की सटीक जानकारी जुटाना

    NISAR मिशन 2025 का NASA और ISRO का संयुक्त रडार उपग्रह

    🛰️ मिशन विन्यास और कार्य विभाजन:

    • L-बैंड SAR: NASA/JPL द्वारा विकसित
    • S-बैंड SAR: ISRO/SAC द्वारा डिज़ाइन और टेस्ट
    • बूम और रिफ्लेक्टर: NASA द्वारा डिज़ाइन और एकीकृत
    • मेनफ्रेम और संयोजन: ISRO द्वारा URSC में

    📶 मिशन चरणों का विवरण:

    • प्रक्षेपण चरण: 30 जुलाई 2025 को GSLV-F16 द्वारा
    • परिनियोजन चरण: 9 मीटर बूम पर 12 मीटर रिफ्लेक्टर की तैनाती
    • कमीशनिंग चरण: 90 दिन का ऑर्बिट चेकआउट
    • विज्ञान चरण: नियमित डेटा संग्रहण, वैज्ञानिक प्रयोग और Cal/Val प्रक्रिया

    💡 क्यों है NISAR खास?

    • दुनिया का पहला ड्यूल SAR इमेजिंग सैटेलाइट
    • जलवायु परिवर्तन की निगरानी में गेम-चेंजर
    • भारत-अमेरिका की स्पेस पार्टनरशिप को नई ऊंचाई
    • खुला डेटा साइंटिस्ट्स, स्टूडेंट्स और नीति निर्माताओं के लिए फायदेमंद

    🌐 NISAR मिशन की आधिकारिक वेबसाइट देखें

    ❓ अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)

    Q1: NISAR का पूरा नाम क्या है?
    Ans: NASA-ISRO Synthetic Aperture Radar

    Q2: क्या यह सैटेलाइट लाइव डेटा देगा?
    Ans: हां, मिशन फ्री और ओपन डेटा पॉलिसी फॉलो करेगा।

    Q3: क्या इससे भारत को फायदा होगा?
    Ans: हां, कृषि, पर्यावरण और आपदा प्रबंधन में इसकी बहुत उपयोगिता होगी।


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