ऑपरेशन सिंदूर: भारत की आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई
भारत ने हाल ही में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर एक सटीक और प्रभावी हमला किया। इस कार्रवाई में 70 से 100 आतंकवादी मारे गए, जो जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले का जवाब थी। यह ऑपरेशन भारत की आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति दृढ़ संकल्प का प्रतीक है।
पहलगाम हमले ने क्यों दी कार्रवाई को हवा?
पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया था। इस हमले में निर्दोष नागरिकों और सुरक्षाबलों को निशाना बनाया गया, जिसके बाद भारत सरकार ने त्वरित और कड़ा जवाब देने का फैसला किया। खुफिया जानकारी के आधार पर पुष्टि हुई कि हमले के पीछे पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों का हाथ था, जो सीमा पार से अपनी गतिविधियां संचालित कर रहे थे।
ऑपरेशन सिंदूर का स्वरूप
‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारतीय सेना और खुफिया एजेंसियों के समन्वित प्रयासों का परिणाम था। इस ऑपरेशन में अत्याधुनिक तकनीक और सटीक निगरानी का उपयोग किया गया। सूत्रों के अनुसार, भारतीय वायुसेना और विशेष बलों ने आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, जहां आतंकी प्रशिक्षण ले रहे थे। इस कार्रवाई में आतंकियों के ठिकानों को पूरी तरह नष्ट कर दिया गया, जिससे उनकी भविष्य की योजनाओं को बड़ा झटका लगा।
भारत का संदेश: आतंकवाद बर्दाश्त नहीं
इस ऑपरेशन के जरिए भारत ने स्पष्ट कर दिया कि वह आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई में किसी भी हद तक जा सकता है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसे “हनुमान की शक्ति” से प्रेरित कार्रवाई बताते हुए कहा कि भारत ने सिर्फ आतंकियों को निशाना बनाया, न कि आम नागरिकों को। यह ऑपरेशन 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 की बालाकोट एयरस्ट्राइक से अलग था, क्योंकि इसकी तीव्रता और प्रभाव बहुत व्यापक था।
आगे की राह
ऑपरेशन सिंदूर न केवल आतंकवाद के खिलाफ भारत की मजबूत रणनीति को दर्शाता है, बल्कि यह भी बताता है कि देश अपनी संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा के लिए किसी भी खतरे का जवाब देने को तैयार है। हालांकि, इस कार्रवाई के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने की आशंका है। ऐसे में कूटनीतिक स्तर पर भी भारत को अपनी स्थिति मजबूत करनी होगी।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत की आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक और मील का पत्थर है। यह कार्रवाई न केवल आतंकियों के लिए एक चेतावनी है, बल्कि विश्व समुदाय को यह संदेश भी देती है कि भारत अपनी सुरक्षा और शांति के लिए हर जरूरी कदम उठाएगा।