स्वामी प्रसाद मौर्य का नया बयान – जानिए क्या कहा और क्यों मचा बवाल
नई दिल्ली, 6 अगस्त 2025: समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य एक बार फिर अपने बयान को लेकर चर्चा में हैं। इस बार उनका बयान न सिर्फ विपक्ष बल्कि सोशल मीडिया पर भी जमकर वायरल हो रहा है।
क्या कहा स्वामी प्रसाद मौर्य ने?
6 अगस्त की दोपहर उन्होंने एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि “कुछ धार्मिक परंपराएं देश को बांटने का काम कर रही हैं“। इस बयान को लेकर सियासी हलकों में हलचल मच गई है।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
- BJP: भारतीय जनता पार्टी ने इसे देश की धार्मिक भावनाओं का अपमान बताया है।
- कांग्रेस: कांग्रेस ने कहा कि बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है।
- SP: समाजवादी पार्टी ने अपने नेता का बचाव करते हुए कहा कि उनका मकसद सामाजिक सुधार पर ध्यान दिलाना था।
पहले भी विवादों में रहे हैं मौर्य
स्वामी प्रसाद मौर्य इससे पहले भी रामचरितमानस को लेकर बयान देकर विवादों में आ चुके हैं। उनके पुराने बयान भी अक्सर सोशल मीडिया पर वायरल होते रहे हैं।
जनता की राय क्या कहती है?
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे X (Twitter), Facebook और YouTube पर उनके बयान को लेकर बहस जारी है। कुछ लोग उन्हें साहसी नेता बता रहे हैं, तो कुछ राजनीतिक स्टंट कह रहे हैं।
क्या हो सकती है आगे की रणनीति?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि स्वामी प्रसाद मौर्य 2025 विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं। उनके बयानों का असर दलित और पिछड़ा वर्ग के वोटर्स पर भी पड़ सकता है।
मीडिया कवरेज
प्रमुख न्यूज़ चैनल्स और पोर्टल्स जैसे Aaj Tak, NDTV और ABP News ने भी इस मुद्दे को प्रमुखता से दिखाया है।
क्या बोले स्वामी प्रसाद मौर्य सफाई में?
बयान के कुछ घंटों बाद, मौर्य ने एक और वीडियो जारी कर कहा कि “मुझे गलत समझा गया है, मेरा मकसद किसी की भावनाएं आहत करना नहीं था“।
नज़र बनाए रखें
इस बयान को लेकर आने वाले दिनों में और प्रतिक्रिया देखने को मिल सकती है। चुनावी साल में हर बयान का असर गहरा पड़ता है।
🔍 संबंधित सवाल (People Also Ask)
- स्वामी प्रसाद मौर्य कौन हैं?
- उनके विवादित बयान कौन-कौन से रहे हैं?
- उनकी पार्टी और राजनीतिक सफर क्या है?
राजनीतिक बयानबाज़ी चुनावी साल में आम बात है, लेकिन स्वामी प्रसाद मौर्य के बयानों की गूंज दूर तक जाती है। जनता को सही जानकारी और संदर्भ में बयान को समझना ज़रूरी है।